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आगरा-ब्रज सर्किट
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ब्रज सर्किट
आगरा-ब्रज सर्किट
यह प्राचीन भूमि भगवान कृष्ण के जीवन का एक अटूट हिस्सा है।
गीत-संगीत, सद्भाव और कला इस क्षेत्र के इतिहास और किंवदंतियों में बसती है।
ब्रज में मंदिरों और स्मारकों की यात्रा सीधे इतिहास की यात्रा करने के बराबर है।
यह मुगल राजाओं के पूर्व महान साम्राज्य का क्षेत्र रहा है।
आगरा
आगरा तत्कालीन मुगल साम्राज्य की राजधानी व ताजमहल की नगरी है।
इतिहास की किताब में इस शहर को संगमरमर के स्मारकों के लिए दर्ज किया गया है।
आगरा के किले और फतेहपुर सीकरी की वास्तुकला आपको आश्चर्यचकित कर देगी।
कला और शिल्प से गुलजार बाजार और उद्यानों के बीच यहां की सैर एक यादगार अनुभव होगा।
नई दिल्ली से कुछ दूर स्थित आगरा की यात्रा इतिहास की यात्रा करने के समान है।
मथुरा
मथुरा और वृंदावन ब्रज भूमि के जुड़वा शहर हैं।
मंदिरों में भगवान कृष्ण की कथा, संगीत, और नृत्य के बीच हर दिन अलग अनुभव होता है।
चारकुला नृत्य, रासलीला और प्रसिद्ध मथुरा संग्रहालय पर्यटक के लिए इस क्षेत्र का खास आकर्षण होगा।
वृंदावन
यह वह जगह है, जहां भगवान कृष्ण ने अपनी बांसुरी की तान छेड़ी और रासलीला का प्रदर्शन किया था।
यह स्थान मीराबाई, सूरदास और वल्लभाचार्य की कविताओं में अमर है।
यहां रंगाजी मंदिर, राजपूत और दक्षिण भारतीय वास्तुकला का एक मिश्रण, भगवान विष्णु को समर्पित सबसे बड़ा मंदिर है।
बांके बिहारी मंदिर, राधा माधव मंदिर और इस्कॉन मंदिर महान वास्तुकला के उदाहरण हैं।
अद्भुत आगरा-ब्रज सर्किट
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