माना जाता है कि यही मूल चित्रकूट है। यहीं पर है भरत-मिलाप और भगवान कामतानाथ मंदिर स्थित है। श्रद्धालु ईश्वरीय आशीर्वाद पाने के लिए इस पहाड़ी की परिक्रमा करते हैं।